क्म्पयुटर

BIOS कंप्यूटर सेटअप

BIOS बेसिक इनपुट आउटपुट सिस्टम का एक छोटा रूप है। यह कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम से अलग हैं, लेकिन यह ऑपरेटिंग सिस्टम से कोऑर्डिनेटर का कार्य करता है। बीआईओएस निम्नलिखित बेसिक बूट फंक्शन को सम्पन्न करता है। बीआईओएस क्रमिक रूप से बूटिंग को नियंत्रित करता है। बीआईओएस से किसी हार्डवेयर की समस्या को ठीक करने के लिए इसमे परिवर्तन किए जाते है। इसमें निष्क्रिय पोर्ट को सक्रिय भी किया जा सकता है।
1.BIOS सभी कॉम्पोनेन्ट की कार्यप्रणाली को सिस्टम से सभी हार्डवेयर की सूची के प्रयोग द्वारा निर्धारित करता है।
2. यह नए हार्डवेयर को कॉन्फ़िगर करके उसकी पहचान करता है।
3. ऑपरेटिंग सिस्टम को सर्च करके सिस्टम बूट होने के बाद ऑपरेटिंग सिस्टम को कंप्यूटर में सौपता हैं।
वास्तव में BIOS ड्राइवरों का एक संगठन है। जब सिस्टम बूट होता हैतब यह ऑपरेटिंग सिस्टम और हार्डवेयर कॉम्पोनेन्ट के मध्य एक इंटरफ़ेस (संबंध बनाये रखने में) का कार्य करती हैं।
BIOS के निर्माता कंपनी
* एवार्ड (AWARD) :- यह बायोस टेक्नोलॉजी का प्रमुख निर्माता हैं इसका फोनिक्स टेक्नोलॉजी में विलय हो चुका है।
* अमेरिकन मेगाट्रेंड आईएनसी (AMI) :- यश बायोस का प्रथम निर्माता हैं। इसने मोटरबोर्ड बेस्ड इंटेल के 386 और 486 प्रोसेसर प्लेटफॉर्म पर बीआईओएस का निर्माण किया था।
कंप्यूटर को ऑन करते ही कंप्यूटर के डिस्प्ले पर Prompt दिखाई देता है उस वक्त जो ” Press F2 to run setup” व्यक्त करता है उस वक्त इस प्रोम्प्ट को देखने पर F2 key को दबाने पर सिस्टम बीआईओएस सेटअप यूटीलिटी प्रारम्भ कर देता है सुर यूटिलिटी का मुख्य मेनू खुल जाती हैं।
बीआईओएस सेटअप यूटीलिटी का मेन मेन्यू में एक से अधिक विकल्पों की सूची रहती हैं। यदि किसी विकल्प को हाईलाइट करना होता हैं तो कर्सर एरो ” की ” का प्रयोग किया जाता हैं।
जब कोई विकल्प हाईलाइट हो जाती है तो उसे किर्यान्वित करने के लिए एंटर को दबाना पड़ता है। कुछ विकल्प में एक डायलॉग बॉक्स भी प्रकट होते है जिसमे Y और N लिखा रहता है। यह एक सत्यापन बॉक्स होता है जिसमे आपसे पुनः पूछा जाता है आप इस विकल्प को क्रियान्वित करना चाहते है या नही।
कुछ विकल्प ऐसे डॉयलॉग बॉक्स के साथ आते जिसमे और अधिक सूचनाएं की मांग की जाती हैं जैसे पासवर्ड इत्यादि
बीआईओएस सेटिंग्स के समय सावधानी बरतने की ज़रूरत होती हैं क्योंकि गलत सेटिंग्स से हार्डवेयर को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा सिस्टम को ठीक तरीके से कार्य करने के लिए बाधा उत्पन्न हो सकती हैं।
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