बफर स्टेट किसे कहते हैं
अपारथीड (Apartheid)- यह शब्द दक्षिणी अफ्रीका सरकार द्वारा वहाँ के मौलिक काले आदमियों के विरुद्ध रंगभेद नीति अपनाने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
बफर स्टेट (Buffer State)– दो बड़े तथा शक्तिशाली देशों के बीच का छोटा देश बफर स्टेट कहलाता है। जैसे– चीन व भारत के बीच स्थित नेपाल एक बफर स्टेट हैं।
बोलशेविज्म (Bolshevism)– रूस की साम्यवादी क्रांतिकारी विचारधारा, जिसके प्रभाव से वहाँ 1917 में क्रांति हुई थी, बोल्शेविज्म कहलाती है।
कूप (Coup)– किसी विद्रोह, सेनिक कार्यवाही या किसी गुट द्वारा गुप्त रूप से गैर कानूनी रूप से किसी सरकार का तख्ता पलट देेना कूप कहलाता है।
कन्फेडरेशन-दो या दो से अधिक देशों का आपस में किसी विशेष उद्देश्य की प्राप्ति के लिए मिल जाना कन्फेडरेशन कहलाता है।
कण्डोमिनियम (Condominium)– किसी राज्य पर दो या अधिक राज्यों द्वारा शासन या नियन्त्रण कन्डोमिनियम कहलाता है।
शीत युद्ध (Cold-War)-दो देशों या शक्तियों में एक दूसरे से वैमनस्य, सन्देह, घृणा, वाक-युद्ध आदि शीत-युद्ध कहलाता है। इसमें कोई प्रत्यक्ष युद्ध नहीं होता है।
सह-अस्तित्व (Co-existence)-विभिन्न देश, विभिन्न शासन व्यवस्था, सभ्यता, धर्म,राजनीतिक विचारधारा आदि के होते हये भी शांति तथा भाई-चारे से रहना, सह-अस्तित्व कहलाता है।
शॉविनिज्म (Chauvinism)– यह व्यर्थ की अति वफादारी या देश-भक्ति को कहते हैं, जो कि किसी व्यक्ति या समूह द्वारा किसी देश,समाज या वर्ग के लिए दिखाई जाती है। इसमें दूसरे देश यासमाज या वर्ग के लिए घृणा का प्रदर्शन किया जाता है।
डिटेंट (Detente)-जब दो देशों के बीच तनाव की स्थिति ढीली होने लगती है और वे एक दूसरे के निकट आने लगते हैं तो इस दशा
को डिटेंट कहते हैं।
तानाशाही (Dictatorship)-जिस शासन-व्यवस्था में राज्य की सम्पूर्ण शक्ति एक ही व्यक्ति के हाथ में केन्द्रित हो जाती है, तथा वह मनमाना शासन करने लगता है, तो ऐसी शासन पद्धति को तानाशाही कहा जाता है।
उदारवाद (Liberalism)- व्यक्तिवाद और प्रजातन्त्र के मिश्रण को उदारवाद कहा जाता है।
ऑलीगार्की (Oligarchy)– यह वह शासन व्यवस्था है, जिसमें शासन थोड़े से चुने हुए उच्च वर्ग के लोग चलाते हैं। प्रीएम्बल (Preamble)-किसी संविधान के प्रारम्भिक भाग या भूमिका को प्रीएम्बल कहते हैं।
कोरम (Quoram)-किसी संस्था या किसी सभा की कार्यवाही के लिए कम से कम सदस्यों की उपस्थिति की आवश्यकता को कोरम कहते हैं, जिसके बिना कार्यवाही चल ही नहीं सकती हैं।
रिफ्रेंडम (Refrendum)-जब कोई विषय वाद-विवाद का विषय बन जाता है औरउस पर आम जनता की राय जानने के लिए जनमत संग्रह कराया जाता है, तो उस जनमत संग्रह को रिफ्रेंडम कहते हैं।
धर्मनिरपेक्षता (Secularism)- यह वह
सिद्धांत है, जिसके अन्तर्गत राज्य अपने नागरिकों
को पूर्ण धार्मिक स्वतन्त्रता प्रदान करता है और धर्म के नाम पर देश के नागरिकों के मध्य कोई मतभेद नही करता है। राज्य का अपना कोई विशिष्ट धर्म नही होता है। सभी धर्मों को राज्य के द्वारा एकसमान माना जाता है।