गंगा और उसकी सहायक नदियाँ
उत्तर भारत की सबसे बड़ी और प्रमुख नदी गंगा है। गंगा नदी वास्तव में भागीरथी और अलकनंदा नदी का संगम है।
1.अलकनंदा नदी तिब्बत के सीमा के नज़दीक गढ़वाल से निकलती है इसमें भागीरथी नदी से ज्यादा जल की मात्रा है। अलकनंदा नदी विष्णुप्रयाग के बाद मध्य हिमालय के प्रमुख और गहरे गड्ढे में होकर बहती हैं। जिसके एक तरफ नंदा देवी और दूसरी तरफ बद्रीनाथ की ऊँची चोटियां स्तिथ है।अलकनंदा नदी का उदगम स्थल धोंली नदी और विष्णुगंगा नदी और आदि नदियों के मिलने से होता है। धौली नीति दर्रे के निकट जास्कर श्रेणी से निकलती हैं। जबकि विष्णुगंगा माना दर्रे के निकट कामेत से निकलती है। अलकनन्दा की एक और सहायक नदी पिंडार है यह पिंडारी हिमनद से निकलकर कर्णप्रयाग में अलकनंदा से मिलती है मंदाकिनी नदी भी रुद्रप्रयाग के निकट अलकनंदा से मिलती है। नन्दका नदी नंदप्रयाग में आकर मिलती है।
2. भागीरथी नदी 25 किलोमीटर लम्बे गंगोत्री हिमनद से गौमुुुख नामक स्थान से निकलती हैं यह उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में अवस्तिथ है।
गंगोत्री, मुख्य हिमालय से निकलकर जाह्नवी नदी गंगौत्री के निकट भागीरथी नदी से मिलती है। भागीरथी नदी और अलकनंदा नदी देवप्रयाग के निकट मिलकर एक हो जाती है। और यही पर यह गंगा के नाम से जानी जाती हैं। गंगप्रयाग के बाद दोनों नदियां एक होकर शिवालिक की पहाड़ियों की श्रेणी को काटती हुई गंगा नदी के नाम से ऋषिकेश और हरिद्वार पहुचती है।
गंगा नदी का उद्गम स्त्रोत केदारनाथ के उत्तर में गौमुख नामक जगह ओर 6,600 मीटर की ऊँचाई पर स्तिथ गंगोत्री हिमनद है। इसी हिमनद के आसपास सांतोपथ, शिवलिंग इत्यादि कई ऊँची पर्वत शिखर है।
भागीरथी और अलकनंदा नदी देवप्रयाग में एक होकर हिमालय श्रेणीयों में श्रीकांत और बन्दरपंच शिखर के बीच 4,870 मीटर गहरी घाटी बनाकर बहती है।
ऋषिकेश के बाद गंगा नदी हरिद्वार के निकट मैदानी प्रदेश में प्रवेश करती है।
गंगा नदी उत्तरप्रदेश के प्रमुख शहरों मेरठ, फरुखाबाद, इलाहाबाद, मिर्ज़ापुर,वाराणसी, बेेतिया होते हुए बिहार में प्रवेश करती है। प्रयाग के पास इसमे दाहिनी तरफ से यमुना नदी आकर मिलती है और यह पूर्व की ओर मुड़ जाती है।