कंप्यूटर के माइक्रोप्रोसेसर
माइक्रोप्रोसेसर, मदरबोर्ड में लगा एक महत्वपूर्ण कंप्यूटर का हार्डवेयर है। मदरबोर्ड में अनेक पार्ट जैसे सीपीयू, रीड ओनली मेमोरी (ROM), सिरिअल पोर्ट, यूएसबी(यूनिवर्सल सीरियल पोर्ट)पेरीफेरल कॉम्पोनेन्ट इंटरकनेक्ट (पीसीआई) पोर्ट मेमोरी का विस्तार करने वाला स्लॉट और कंट्रोलर जैसे :- इंटेग्रेटेड ड्राइव इलेक्ट्रॉनिक्स कंट्रोलर (आई.डी.ई) , इनपुट/आउटपुट कंट्रोलर (आई/ओ) लगे रहते है।
उपरोक्त हार्डवेयर में माइक्रोप्रोसेसर सबसे महत्वपूर्ण हार्डवेयर पार्ट है। जो डेटा को सहेजने का कार्य करता है और अन्य ज़टिल कार्यो को संपादित करने के लिए ज़टिल गणना करता है। इसे कंप्यूटर का ह्रदय भी कहते है। इसे सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) भी कहते है।
सीपीयू का निर्माण बहुत सी कंपनी करती है। जिसमे मुख्य कंपनियां इंटेल, मोटोरोला, एडवांस माइक्रो डिवाइसेस (AMD) और साईरिक्स है।
मोटोरोला के द्वारा बनाये गए माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग एप्पल कंप्यूटर में और इंटेल के द्वारा डिज़ाइन किये गए माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग आईबीएम ने सवर्प्रथम अपने कंप्यूटर में किया था।
माइक्रोप्रोसेसर में बहुत से भाग होते है।
माइक्रोप्रोसेसर, कंप्यूटर में इनपुट किये गए डेटा को प्रोसेस कर, डेटा को रैंडम एक्सेस मेमोरी (रैम) में संग्रह करता है। और इसी रैम में संग्रहित डेटा को पुनः प्राप्त करता है। माइक्रोप्रोसेसर के अंदर कुछ परमानेंट कम्पनी द्वारा निर्मित प्रोग्राम डाले हुए रहते है। जो रैम में संग्रहित रहते है।
माइक्रोप्रोसेसर को दो भागों में बांटा जा सकता हैं।
1. काम्प्लेक्स इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग
2. रिड्यूस्ड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग
1. काम्प्लेक्स इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग :– माइक्रोप्रोसेसर का यह भाग मुख्य रूप से बाइनरी लैंग्वेज को सामान्य लैंग्वेज में बदलने का कार्य करता है। जा कंप्यूटर में कोई कार्य या प्रोग्राम चल रहा होता है तो काम्प्लेक्स इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग माइक्रोप्रोसेसर बहुत ही अधिक मात्रा में निर्देशो का पालन करता है। यह सीपीयू में प्रोसेसिंग के समय को कम करने के लिए कोड किए रहते है। माइक्रोप्रोसेसर का यह भाग बहुत से कार्य जैसे गणितीय गणना, एड्रेस कैलकुलेशन, मेमोरी का पढ़ना सम्पन कर सकता है।
2.रिड्यूस्ड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग:- माइक्रोप्रोसेसर का यह भाग तेज़ी से कार्य करने के लिए प्रोग्रामिंग का एक छोटा सा सेट का प्रयोग करता है। वर्ष 1980 के पूर्व सीपीयू में काम्प्लेक्स इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग का केवल प्रयोग होते थे। लेकिन माइक्रोप्रोसेसर बनाने वाले कुछ कंपन8में यह महसूस किया कि एक ऐसे सीपीयू का निर्माण करेगे की जिसमे प्रोसेसिंग के लिए निर्देशो अथार्त प्रोग्राम के एक बहुत छोटे से सेट का प्रयोग किया जाना चाहिए। आरआई.एस.सी यानी रिड्यूस्ड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग माइक्रोप्रोसेसर का डिजाइन इसी उद्देश्यों के लिए किया गया। इसमे बहुत ही कम संख्या में कंप्यूटर के प्रोग्राम का इस प्रकार प्रयोग किया गया जिससे बहुत ही तेज़ी से कार्य सम्पन्न हो सके। इसमे बहुत ही छोटी चिप होती है जो जटिल कार्यो या निर्देश को कम करने में मददगार होती है।