मोबाइल हैंग क्यों हो जाती है।
- ◆◆ मोबाइल हैंग क्यों होता है। ◆◆
यह जानने के लिए हमे RAM(रैंडम ऐसेस मेमोरी) और ROM (रीड ओनली मेमोरी) के बारे में जानना आवश्यक हैं।
◆ RAM (RANDOM ACCESS MEMORY)◆
RAM का इस्तेमाल Data Store करने के लिए किया जाता है लेकिन यह तभी तक Store रहता है जब तक हम मोबाईल या कंप्यूटर को पावर ऑन रखते हैं। जब पावर ऑफ हो जाती है तो इसमें स्टोर डाटा खत्म हो जाता है।का काम तेजी से इन्फॉर्मेशन को CPU तक पहुचना होता है
RAM का उपयोग मशीन या कंप्यूटर को डाटा उपयोग में लाने की सीधी अनुमति देता है जिससे कंप्यूटर में उपस्थित प्रोग्राम या एप्पलीकेशन आसानी से तथा शीघ्रता से कार्य करती है यही कारण है की किसी मोबाइल या कंप्यूटर में जितनी ज़्यादा रैम होती है वह उतना ही तेज यह कार्य करता है। रैम में वही डाटा काम करता है जो मोबाइल में RUNING में होता है और मोबाइल की पावर ऑफ़ होते ही सारा डाटा मिट जाता है। RAM का इस्तेमाल टेंपररी स्टोरेज के लिए होता है। RAM में डेटा स्टोर होने में ज्यादा समय नहीं लगता है।
RAM का इस्तेमाल कंप्यूटर में भी होता है जैसे किसी कंप्यूटर या मोबाईल मे ब्राउजर में खुले पेज का डेटा RAM में स्टोर हो रहा होता है। RAM डेटा को सीपीयू के जरिए डायरेक्ट एक्सेस किया जा सकता है।
◆ ROM (READ ONLY MEMORY)◆
ROM कंप्यूटर सिस्टम का प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस है। यह CHIP के आकार की होती है जो भी कंप्यूटर के मदरबोर्ड से जुड़ी हुई होती है। यह कंप्यूटर के डाटा को सेव करने के लिए काम में ली जाती है। इसमें कुछ लिखा नहीं जा सकता हैं। इसमें डाटा स्टोर रहता है वह मशीन या कंप्यूटर द्वारा सिर्फ पढ़ा जा सकता है लेकिन हेर-फेर नहीकिया जा सकता इसलिए इसे Read only memory कहा जाता है। वीडियो,फोटो,डॉक्यूमेंट,ऑडियो,म्यूजिक और जो भी कोई एप्पलीकेशन डाउनलोड करते हैं और इंस्टॉल करते हैं वह ROM में ही होती है ROM को (Internal Memory) इंटरनल मेमोरी भी कहते हैं।
ROM में प्राय: instruction (संकेत) वाला डाटा स्टोर होता है जैसे जब किसी कंप्यूटर या मोबाइल को शुरू किया जाता है तो उसमे Booting शुरू हो जाती है इससे सम्बन्धित जानकारी या instructions कंप्यूटर की ROM में ही रखी रहती है और ये कंपनी द्वारा ROM में पहले ही स्टोर कर दी जाती है जिसको बाद में बदला नहीं जा सकता केवल कंप्यूटर द्वारा पढ़ा जा सकता है। रोम नॉन वोलेटाइल मेमोरी होती है अर्थात जब कम्प्यूटर सिस्टम को बंद किया जाता है तो भी डाटा इसमें सेव रहता है अर्थात बंद करने पर डाटा डिलीट नहीं होता हैं। ROM का इस्तेमाल परमानेंट स्टोरेज के लिए होता हैं।
रोम का उपयोग बूटिंग के लिए किया जाता है क्यूंकि इसमें बूटिंग संबंधी प्रोग्राम सुरक्षित रहता है।
मोबाइल या कंप्यूटर का धीमा होना यानी हैंग करने के कारण
जब मोबाइल को बंद होता है तब मोबाइल का रोम (ROM) सम्पूर्ण इंटरनल मेमोरी में
सेव रहता है जब मोबाईल को ऑन किया जाता हैं तो फोन कि रैम में पावर आती है वह काम करने लगती है और सारा डाटा रैम में आ जाता है अगर आपके फोन की RAM कम होती है तो पाँच से छह ऐप चलाने से ही मोबाइल की रैम का स्पेस पूरी तरह से भर जाता है।
जब मोब8 में कोई और एप्पलीकेशन चलाते हैं तो रैम को उसका स्पेस बनाने के लिए किसी एक ऐप को वापस ROM यानी इंटरनल मेमोरी में भेजना पड़ता है जब रैम यह प्रोसेस(PROCESS) करती है तो इस प्रोसेस के दौरान आपका फोन हैंग हो जाता है इसलिए अकसर कहा जाता है कि मोबाइल में ज्यादा RAM होगी तो फोन हैंग नहीं करेंगी।