सुमित्रानंदन पंत की जन्मभूमि
गर्मियों में कहीं पहाड़ों पर जाना चाहते हैं तो एक बार कौसानी घूमकर आइए। मार्च से लेकर जून तक के महीने में यहां मौसम सुहाना होता है।
बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है जिसकी वजह से इस जगह देश भर से लोग घूमने और अपनी छुट्टियों व्यतीत करने के लिए आते हैं। इस छोटे से हिल स्टेशन की कई खासियत है। पर सबसे खास बात यहाँ मनोहारी और खूबसूरत पहाड़ियां है।
इस जगह से त्रिशूल, नंदा देवी और पंचकुली जैसी हिमालय की चोटियों के शानदार और मनोरम दृश्य दिखाई देते हैं। चीर के पने पेड़ों से घिरी इस जगह पर जाकर आप बैजनाथ कत्यूरी सोमेश्वर और गरुड़ की सुंदर घाटियों का अदभुत नज़ारा देख सकते हैं।
कौसानी को इसलिए भी जाता है कि हिंदी के प्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत जन्मस्थल भी है। तथा महात्मा गांधी अनाशक्ति योग पर अपने काम को पूरा करने के लिए कौसानी में 12 दिनों की अवधि के लिए रुके थे और उन्होंने इस जगह को भारत का स्विट्जरलैंड कहा था। सुंदर और मनोहर पहाड़ के अलावा कौसानी मंदिरों, आश्रम और चाय के बागानों के लिए भी जाना जाता है। अगर आपका मन इस जगह जाने का बने तो इन जगहों पर जरूर जाए।
1. रुद्रधारी जलप्रपात
रुद्रधारी जलप्रपात घूमने वाले की सबसे पसंदीदा जगह है जो ट्रैकिंग और कैम्पिंग का शौक़ रखते हैं। आदि कैलाश क्षेत्र के ट्रैकिंग पर स्थित या जलप्रपात वास्तव में बहुत सुंदर है। इस पर जाने के लिए फोन सेर किमी की दूरी पड़ती है पर पूरा रास्ता हरे भरे दृश्यों से भरा है। इस जगह पर खेती भी है और रास्ते में फसलों से लहराते खेत मन को मोह है।
2 सोमेश्वर घाटी
सोमेश्वर घाटी कौसानी से कुछ ही किमी की दूरी पर स्थित एक ऐसी जगहो खूबियों के बाबजूद पर्यटकों की नजरों से दूर है। कोसी और साई दो नदियों के तट पर स्थित इस घाटी को अपनी असीम खूबसूरती के लिए जाना जाता है। देवदार के पहाड़ एक तरफ हमारे मन को लुभाने का काम करते हैं तो दूसरी तरफ़ सीढीनुमा खेत दिखाई देता है। इस प्ाटी में आप कैपिंग और ट्रैकिंग का भी आनंद सकते